छत्तीसगढ़राज्य

कांकेर जिले की ग्राम पंचायत डुमरपानी को मिला राष्ट्रीय जल पुरस्कार, जल संरक्षण में अनुकरणीय मिसाल

जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में कांकेर जिले ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। जिले के नरहरपुर विकासखण्ड की ग्राम पंचायत डूमरपानी को जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित छठवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 में ‘सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत’ श्रेणी में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। यह सम्मान डूमरपानी पंचायत द्वारा किए गए सतत और प्रभावी जल प्रबंधन कार्यों की राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता है।

जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनर्जीवन विभाग द्वारा दिए जाने वाले इस पुरस्कार का उद्देश्य जल संरक्षण में स्थानीय निकायों के नवाचारपूर्ण प्रयासों को प्रोत्साहित करना है। ग्राम पंचायत डुमरपानी ने मनरेगा एवं अन्य विभागीय योजनाओं के अभिसरण से जल स्रोतों के पुनर्जीवन, वर्षा जल संचयन एवं निस्तारी तालाबों के संरक्षण जैसे अनेक उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। इसी के आधार पर डूमरपानी को यह राष्ट्रीय सम्मान मिला है। पुरस्कार वितरण समारोह 18 नवम्बर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होगा।

जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि यह कांकेर जिले के लिए जल प्रबंधन के क्षेत्र में लगातार दूसरी राष्ट्रीय उपलब्धि है। वर्ष 2023 में नरहरपुर ब्लॉक की ही मासूलपानी ग्राम पंचायत को पंचायत श्रेणी में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ था। इस बार फिर कांकेर जिले ने अपनी फिर से जल संरक्षण के क्षेत्र में अपनी धाक जमाई है।

कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने इस उपलब्धि पर ग्राम पंचायत डूमरपानी के सरपंच, पंचायत प्रतिनिधियों, जिला पंचायत टीम एवं सभी ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता जनसहभागिता, मनरेगा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और जल संरक्षण के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता का परिणाम है। डूमरपानी पंचायत की इस उपलब्धि ने केवल कांकेर जिले को बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ गौरवान्वित किया है।

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